अपना पिंकू(काल्पनिक)

पिंकू अब बड़ा हो गया है
आड़े तिरछे परिधानों को पहनने के तरीकों से रूबरू हो गया है

हाँ, और क्या
सूटेड- बूटेड लबादों को ओढ़कर
काले पीले चश्मों से नाता जोड़कर
बटुए में नोटों की गड्डी मरोड़कर
बीते हुए कल को कोसों दूर छोड़कर
पिंकू अब बड़ा हो गया है

सुनहरी चेन गले मे डालकर
सात जन्मों के खूंटे में खुद को बांधकर
अक्खड़ पुरुष प्रधानता को ज़रा संभालकर
पिंकू अब बड़ा हो गया है

पिंकू की कलाई में अब तो राडो की घड़ी है
जो सोने चांदी के सुनहरे अक्षरों से मढ़ी है
लेकिन,पिंकू को भला फिर क्यों ज़माने की पड़ी है?
क्योंकि पिंकू की नजरें तो कहीं दूर गड़े धन पर पड़ी है

पिंकू तो अंग्रेजी मीडियम में पढ़ा है
इतना ही नही,
पिंकू तो हायाबूसा (बाइक) में चढ़ा है
तो फिर भला ये टाट – पट्टी क्या माजरा है?
ये तो दोयम दर्जे के लोगों के लिए(व्यंग्य) बना है

पिंकू तो चाईनीज़ थाली खाता है
घास फूस उसे कहाँ रास आता है
और अजीनोमोटो(मोनोसोडियम ग्लूटामेट- highly cancerous) डाले बिना
व्यंजन तो बेस्वाद नज़र आता है

पिंकू के शौक कमाल हैं
जो करते चारों ओर धमाल हैं
पब जी और फ्री फायर (dangerous mobile games) के मायाजाल में
किरकेट ,कबड्डी और खो खो को बताता जी का जंजाल है

पिंकू तो रिएलटी शोs (बिग बॉस) देखता है
कैटरीना और सैफ से खुद को जोड़ता है
और
समाचार चैनल करते हों जब बकबक
इसलिए पिंकू तो इंस्टाग्राम पर अपनी कला बिखेरता है

पिंकू मॉडर्न मैगज़ीन पढता है
सरकारी किताबें तो किंकर्तव्यविमूढ़ता है
इसीलिए पिंकू, एम. बी. ए. की डिग्री लेकर
सीधा यू. एस. ए.(United States of America)प्रस्थान की सोचता है

और अंत मे पिंकू अपनी ज़मीं से नाता तोड़ता है
अपनी सरज़मीं से नाता तोड़ता है

Regards
Dr. Vaibhav🙏

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