क्या आप आधा गिलास भरा आधा गिलास खाली किस्म के व्यक्ति हैं? कओ शोध से यह साबित हो चुका है कि पॉजिटिव एटीट्यूड (Positive Attitude) का हमारे लिए शारीरिक और भावनात्मक रूप से लाभ होता है। कुछ लोगो की जिंदगी में कुछ चमत्कार ऐसे होते है जो वाकई में चमत्कार की तरह लगते हैं लेकिन यह तब होते हैं जब ये लोग अपने लाइफ के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण (Positive Attitude) रखते हैं।
पॉजिटिव एटीट्यूड का यह मतलब नहीं है कि हम कभी नकारात्मक (Negative) नहीं फील (feel) करेंगे या नेगेटिव फीलिंग (Negative Feeling) नहीं रखेंगे।
पॉजिटिव फीलिंग हमें बुरी भावनाओं (उदासी की भावनाओ) से वापस लाकर बैलेंस में रखने का काम करती हैं
जब हमारा एटीट्यूड पॉजिटिव होता है तो चमत्कार होते हैं। कई सारे शोध में यह पाया गया है कि पॉजिटिव रहने व पॉजिटिव एटीट्यूड के कई फायदे होते हैं। यहां पर हम उन चीजों के बारे में जानेंगे कि जब हम पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं तो क्या होता है-
नये विचारों को जानना (Open To New Idea) –
प्रैक्टिकली अगर देखा जाए तो जब हम पॉजिटिव मूड में होते हैं तो हम अपनी सोच को विस्तार देते हैं और नए विचारों को सोचने की इच्छा होती है। हमारे आसपास जो चीजें होती हैं उसे नये तरीके से सीखने की इच्छा होना या उसके लिए जिज्ञासा होती है, जो कि स्वाभाविक है।

पॉजिटिव एटीट्यूड हमे नए सिरे से चीजों को देखने और नई चीजों को आजमाने के लिए मदद करता है। दुनिया मे ऐसे प्रसिद्ध लोग रहे हैं जिन्होंने पॉजिटिव एटीट्यूड रखा और इसी वजह से उनके अंदर समस्याओं को खोजने की उत्सुकता हुई। पॉजिटिव एटीट्यूड रखने वाले प्रसिद्ध लोगों की सूची में शामिल है – वाल्ट डिज्नी (Walt Disney), मैरी क्यूरी (Marie Curie), लियोनार्डो दिविंसी (Leonardo Da Vinci), अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein), स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) आदि।
इमोशनल वेलनेस (Emotional Wellness)
पॉजिटिव एटीट्यूड का हमारे मस्तिष्क पर सीधे प्रभाव पड़ता है। Positive Emotions हमारे शरीर में खुशी (Happiness) महसूस करने वाले हार्मोन को रिलीज करता है जिससे हम खुश महसूस करते है। वही नेगेटिव इमोशंस (Negative Emotions) इसके opposite काम करता है। नेगेटिव फीलिंग हमे Emotionally अपसेट (Upset) feel करवाता है।

जल्दी हार न मानना (Never Lose Hope) –
कई शोध से यह साबित हो गया है कि पॉजिटिव एटीट्यूड रखने वाले लोग विपरीत परिस्थितियों में तुरंत पीछे नहीं हटते हैं। वे कठिनाई (Obstacles) को देखकर डरते नहीं है बल्कि मुश्किल परिस्थिति में भी पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं और बाधाओं (Many Obstacles) के बावजूद अपने सपनों का पीछा करते हैं। वे आलोचना या फिर परेशानियों से डरते नहीं है। जब पॉजिटिव एटीट्यूड अपनी लाइफ के प्रति रखते है तब जिंदगी में अपने लक्ष्य (Goals) को पाने की संभावना अधिक रहती है।
कृतज्ञता (Gratefulness) –
पॉजिटिव एटीट्यूड रखने से कृतज्ञता की भावना जन्म लेती है। इससे लंबे समय तक पॉजिटिव इमोशंस बनाए रखने में मदद मिलती हैं और इससे आप खुश और आभारी (Happier and Grateful) महसूस करते हैं।
जो लोग इस तरह की भावना रखते हैं वे
- लोगो से ईर्ष्या (Envy) काम करते हैं
- अधिक आत्म सम्मान (self-esteem) रखते हैं
- वे अपनी जिंदगी में संतुष्ट होते हैं
- उनमें डिप्रेशन की संभावना कम रहती है।
- रिश्तो में खुशहाली रहती है।
- उन्हें अधिक लोगों का सपोर्ट मिलता है।
पॉजिटिविटी की भावना हमे अधिक आभारी (Grateful) महसूस करने में मदद करता है। आभारी होना से हम अधिक और positive महसूस करते है।
जीवन मे उद्देश्य (Purpose in Life) –
पॉजिटिव एटीट्यूड हमें अपनी जीवन के प्रति अधिक उद्देश्य (Purpose) और मीनिंग (Meaning) देता है। पॉजिटिव एटीट्यूड हमें इस बात पर ध्यान केंद्रित करने (focus) में मदद करता है कि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण (Important) क्या है।
शोध में पाया गया है कि जीवन में उद्देश्य रखने से व्यक्ति की उम्र लम्बी होती है। देखा जाता है कि अगर किसी भी व्यक्ति को यह मालूम हो जाये कि अब वह सिर्फ 14 साल तक ही जीवित रहने वाला है तो उसके अंदर दूसरो के लिए अच्छा करने (well being) को भावना अधिक होती है, जो कि उसकी लाइफ का मकसद एक तह से बन जाता है।
जब हम एक उद्देश्य अपनी जिंदगी में रखते हैं तब हम अपने कार्य को पूरा करने में लग जाते हैं और इससे हमें एक संतुष्टि (Satisfaction) महसूस होती है। जिंदगी में उद्देश्य होने से हमें इस बात को समझने में मदद मिलती है कि हमारे लिए क्या महत्वपूर्ण है और जीवन में क्या महत्व रखता है

बेहतर स्वास्थ्य (Better Health) –
पॉजिटिव एटीट्यूड रखने से एक चमत्कार यह होता है कि हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। पॉजिटिव एटीट्यूड रखने से हमें आपके अंदर निम्नलिखित अच्छे बदलाव देखने को मिलते हैं जैसे
- सामान्य ब्लड प्रेशर
- दिल से जुड़ी बीमारियों का कम जोखिम
- सामान्य वजन
- सामान्य ब्लड शुगर लेवल
- लंबी जिंदगी
शोधकर्ताओं का मानना है कि पॉजिटिव एटीट्यूड रखने से स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद मिलती है क्योंकि हमारे मन: स्थिति (Thinking) का प्रभाव हमारे स्वास्थ्य (Health) पर भी देखने को मिलता है।
Less Stress –
जब हम पॉजिटिव होते हैं तो अच्छी फीलिंग हमारे अंदर लंबे समय तक बनी रहती है जिससे हमारे अंदर तनाव वाले हार्मोन कम उत्पन्न होते हैं और खुशी वाले हार्मोन अधिक होते हैं। जिससे हम अधिक खुश महसूस करते हैं और हमें किसी भी तरह का स्ट्रेस (stress) नहीं होता है। वही जब हम निगेटिव फीलिंग रखते हैं तो हमारा मस्तिष्क का एक हिस्सा सक्रिय हो जाता है और हमारे अंदर और भी ज्यादा चिंता और डर पैदा होने लगता है। हम जितनी जल्दी अपने डर और स्ट्रेस से उबरते हैं। यह हमारे मेंटल हेल्थ को इफ़ेक्ट करता है। अगर हमारा मन पॉजिटिव होता है तो इससे तनाव कम होता है और हम लाइफ में कोई भी जोखिम (Risks) लेने के लिए तैयार रहते हैं।

उम्मीद (Hope) –
जब हम नेगेटिव फीलिंग से स्ट्रगल कर रहे होते हैं तो हमें अपनी जिंदगी और हमारे आसपास जो भी कुछ हो रहा होता है उसके बारे में और ज्यादा गलत सोचने की संभावना रहती है। जिससे भविष्य को लेकर निराशा और चिंता की भावना घर कर जाती है। वही जिंदगी के प्रति पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं तब हमें हर चीज में कुछ न कुछ पॉजिटिव नजर आता है और हम अपने लाइफ के प्रति पॉजिटिव महसूस करते हैं और प्रेरित होते हैं। फिर हम जीवन में “क्या होगा अगर”के बारे में चिंता नहीं करते हैं।

एक्टिव दिमाग (Active Mind) –
जब आप जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, तो आप नई जानकारी के लिए अधिक active होते हैं। आप असफल होने की चिंता किए बिना नई चीजें सीखने और कोशिश करने का आनंद लेते है। पॉजिटिव एटीट्यूड आपको कठिन चीजों को करने की क्षमता देती है, और आप बौद्धिक रूप से (mentally) खुद को चुनौती देते हैं। आप जीवन के प्रति उत्सुक हैं और सीखने का प्रयास करते हैं।
मजबूत रिश्ते (Healthy Relation) –
पॉजिटिव एटीट्यूड आपको अन्य लोगों के साथ रिश्तों को मजबूत और बेहतर बनाने में मदद करती हैं। ऐसे वक्त में भी जब लोग आपसे असहमत होते हैं, पॉजिटिव एटीट्यूड नकारात्मक क्षणों का जवाब देने में मदद करती है। आप को अपने हर रिश्तों को बनाए रखने में मदद मिलती है।
काफी हद तक अगर देखा जाए तो हमारी सोच का असर हमारे स्वास्थ्य, हमारे रिश्तों, कामयाबियों पर असर डालती है।
हमारा मूड काफी हद तक हमारे विचारों से ही प्रभावित होता है।